लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को राजभवन लखनऊ परिसर में स्थित स्केटिंग रिंग के ऊपर शेड के निर्माण का शिलान्यास किया। कार्य का वित्तपोषण नगर निगम लखनऊ द्वारा किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 56.47 लाख रुपये है।
इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि आमतौर पर खुले वातावरण में खेल अधिक फायदेमंद होते हैं, लेकिन बच्चों को गर्मी-सर्दी से बचाने और निरंतर अभ्यास के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने के लिए शेड जरूरी है. यह निर्माण कार्य अगले दो माह में पूरा करने का लक्ष्य है। राज्यपाल ने कहा कि स्केटिंग रिंग का उपयोग अन्य स्कूलों के बच्चे भी कर सकेंगे.
उन्होंने निर्देश दिए कि राजभवन के बच्चे राज्य स्तर तक स्केटिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एसबीआई बैंक के सहयोग से स्कूल बस की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है.
उन्होंने शिक्षकों को निर्देशित किया कि वे बच्चों की उपस्थिति पर सतत नजर रखें, यदि आवश्यक हो तो उनके घर जाकर अभिभावकों से संवाद करें और बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें। राज्यपाल ने कहा कि ”बच्चों में अपार प्रतिभा होती है, उसे निखारना शिक्षकों की अहम जिम्मेदारी है.”
आनंदीबेन पटेल ने निर्देश दिया कि स्कूली बच्चों को अनावश्यक कार्यक्रमों में शामिल न कराया जाए, ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो. उन्होंने परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन तीसरे पक्ष से कराने और कॉपियों की जांच खुद करने की भी बात कही. उन्होंने बच्चों को नियमित पढ़ाई, समय पर होमवर्क और पौष्टिक भोजन का महत्व समझाया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बच्चों को प्रतिदिन महात्मा गांधी की आत्मकथा का अध्ययन करना चाहिए।
राज्यपाल ने यह भी सुझाव दिया कि राजभवन परिसर में रहने वाले बच्चों में अनुशासन, व्यावहारिक ज्ञान और बाहरी वातावरण के प्रति अनुकूलन क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें समय-समय पर समूहों में ले जाया जाना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने घोषणा की कि राजभवन में आंगनबाडी केंद्र की स्थापना की जायेगी, जिसमें तीन से छह वर्ष तक के बच्चे प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
इस मौके पर लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से स्केटिंग रिंग पर शेड लगाने का काम शुरू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का विशेष ध्यान हमेशा बच्चों के पोषण, सुरक्षा और शिक्षा पर रहा है। उन्होंने विश्व शौचालय दिवस पर नागरिकों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता हर नागरिक का कर्तव्य है.



