लखनऊ. बंगाल की खाड़ी में आए भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर अब खत्म हो गया है। इसके असर से पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश में मौसम में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. राज्य के कई हिस्सों जैसे आगरा, इटावा, बाराबंकी, झाँसी और फुर्सतगंज (अमेठी) में अक्टूबर के महीने में अधिकतम तापमान न्यूनतम से कम दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह के मुताबिक, अब चक्रवात का असर खत्म होने के साथ ही राज्य का मौसम धीरे-धीरे साफ हो रहा है. पिछले 24 घंटों में पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश के जिलों में अधिकतम तापमान में 3 से 7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में आज 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी की उम्मीद है. इसके बाद तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल प्रदेश में कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम नहीं है. ऐसे में अगले एक सप्ताह तक मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा।
हालांकि 4 से 5 नवंबर के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के उत्तरी हिस्सों में आंशिक बादलों की आवाजाही संभव है। मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि इस अवधि के दौरान, न्यूनतम तापमान पहले 48 घंटों में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस गिर सकता है, इसके बाद अगले 48 घंटों में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है, और फिर धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
इसके साथ ही 3 और 4 नवंबर की सुबह प्रदेश के पूर्वाचल और उत्तरी तराई क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर कम से मध्यम कोहरा और हल्की धुंध रहने की संभावना है। यह कोहरा सुबह तक ही सीमित रहेगा और दिन चढ़ने के साथ सूर्योदय के बाद खत्म हो जाएगा। विभाग ने किसानों और आम नागरिकों को सुबह के समय दृश्यता कम होने पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।



