लखनऊ. उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों के दौरान एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने और बेमौसम बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने दो सक्रिय मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन और ट्रफ के कारण 27 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक राज्य के विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के लखनऊ केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह ने बताया कि पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर स्थित अवदाब से लेकर पश्चिमी मध्य प्रदेश तक बनी ट्रफ के प्रभाव से निचले क्षोभमंडल में अरब सागर से आ रही नमी और मध्य क्षोभमंडल में 61 डिग्री पूर्वी देशांतर के आसपास स्थित पश्चिमी विक्षोभ के कारण अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। इसके चलते 27 अक्टूबर को बुन्देलखण्ड क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश या बौछारें पड़ने की संभावना है।
उन्होंने कहा, इसके अलावा, दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी पर गहरा दबाव एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है, जो 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश तट को पार करने के बाद कमजोर हो जाएगा और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों को प्रभावित करेगा। इसके चलते 29 से 31 अक्टूबर के बीच वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़ और बलिया समेत पूर्वांचल के कई जिलों में बारिश के आसार हैं.
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इन दोनों मौसम प्रणालियों की सक्रियता के कारण अगले चार से पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है. विभाग ने किसानों और आम नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है.
किसानों को मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए कटाई और भंडारण कार्य करने का निर्देश दिया गया है ताकि बारिश से होने वाले संभावित नुकसान से बचा जा सके। मौसम केंद्र के अनुसार, दोनों प्रणालियों पर लगातार नजर रखी जा रही है और परिस्थितियों के अनुसार आगे की अपडेट जारी की जाएगी।



