लखीमपुर खीरी, लोकजनता। चार महीने के लंबे इंतजार के बाद मंगलवार सुबह पलिया, बिलरायां और तिकुनिया आदि रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन की सीटी बजी तो लोगों के चेहरे खिल उठे। बड़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे. ड्राइवर और गार्ड का फूलमालाओं से स्वागत किया गया और टिकट लेकर यात्रा की गई।
करीब चार माह पहले भीरा और पलिया के बीच बोझवा के पास रेलवे ट्रैक के नीचे से शारदा नदी का पानी रिसने लगा था। इस पर 29 जून से मैलानी और नानपारा के बीच ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। रेलवे अधिकारियों ने कहा था कि ट्रैक अच्छी स्थिति में होने पर ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू किया जाएगा, लेकिन इस बीच रेलवे यह कहकर संचालन टालता रहा कि ट्रैक अच्छी स्थिति में नहीं है।
इससे लोग आशंकित हो गये. उन्हें यह चिंता सताने लगी थी कि रेलवे इस रूट पर परिचालन बंद करने की योजना बना रहा है. इस पर समूचे तराई के लोग लामबंद हो गये। नया सवेरा गांजर विकास संगठन ने गांव-गांव बैठकें कर आंदोलन की रणनीति शुरू की। रेल चलो, पलिया बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक कमलेश राय के नेतृत्व में पलिया में ट्रेन बंद करने के विरोध में 13 दिवसीय धरना प्रदर्शन भी हुआ था।
इसके अलावा व्यापारिक व सामाजिक संगठनों ने रेलवे प्रशासन को ज्ञापन व पत्र भेजकर मांग की थी। तीन दिन पहले रेलवे ने 04 नवंबर से इस रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू करने की घोषणा की थी। मंगलवार को जब नानपारा से पहली ट्रेन सुबह करीब 10 बजे बेलरायां पहुंची तो पहले से मौजूद लोगों ने ड्राइवर और गार्ड का माला पहनाकर स्वागत किया। ट्रेन की सीटी बजते ही लोग खुशी से उछल पड़े। पलिया कलां की ओर जाने वाले यात्रियों ने टिकट लेकर अपनी ट्रेन यात्रा पूरी की।
पलिया कलां। पहली ट्रेन सुबह 8:30 बजे और दूसरी 9:50 बजे पलिया स्टेशन पहुंची। सुबह करीब साढ़े आठ बजे मैलानी से नानपारा जाने वाली ट्रेन जैसे ही पलिया स्टेशन पहुंची तो बड़ी संख्या में लोग स्वागत के लिए स्टेशन पर पहुंच गए। लोगों ने ट्रेन चालक व गार्ड को माला पहनायी और मिठाई खिलायी. लोगों का कहना है कि चार माह से बंद रेल सेवा बहाल होने से अब यात्रा फिर से आसान हो गयी है. इस मौके पर स्टेशन पर काफी चहल-पहल रही.
मैलानी-नानपारा रूट की सभी ट्रेनें बंद होने से यात्रियों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही थी। इस दौरान आशीष पटेल, रईस अहमद, राहुल गुप्ता, विश्वकांत त्रिपाठी समेत कई लोग स्वागत कार्यक्रम में शामिल रहे। रेलवे स्टेशन अधीक्षक रमेश कुमार ने बताया कि मंगलवार को स्टेशन पर कुल 77 टिकट बिके, जबकि कई यात्रियों ने दूसरे स्टेशनों दुधवा, बेलरायां, तिकुनिया, बिछिया और नानपारा के लिए यात्रा की। यात्रियों का कहना है कि ट्रेन सेवा शुरू होने से समय और पैसा दोनों की बचत होगी.
मजबूरन निजी वाहनों व बसों में यात्रा करनी पड़ रही है
ट्रेनों का संचालन बंद होने से मैलानी-नानपारा मार्ग पर यात्रियों को बसों और निजी वाहनों से यात्रा करने को मजबूर होना पड़ा। इससे उन्हें कई गुना ज्यादा किराया चुकाना पड़ता था. मैलानी से पलिया तक ट्रेन का किराया 10 रुपये और बस का किराया 55 रुपये है। इतना ही नहीं, पलिया से आगे जाने वालों को अधिक किराया समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अब जब ट्रेन चली तो यात्रियों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी.



