लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली प्रवास के दूसरे दिन रविवार को भी राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे। उन्होंने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से एक घंटे तक अलग-अलग मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताते हुए कहा है कि वह दोनों नेताओं से मार्गदर्शन लेंगे. लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे महज औपचारिक मुलाकात नहीं, बल्कि यूपी में सरकार-संगठन में फेरबदल और समन्वय मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी और दोनों शीर्ष भाजपा नेताओं के बीच बैठक में लंबे समय से लंबित नए प्रदेश अध्यक्ष चुनाव, संगठनात्मक गतिविधियों, केंद्र और राज्य की योजनाओं की प्रगति और पार्टी के भावी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई.
मुख्यमंत्री ने जहां नड्डा को ‘विकासित उत्तर प्रदेश’ नामक पुस्तक भेंट की, वहीं अमित शाह को गणेश प्रतिमा भेंट की। माना जा रहा है कि ये बैठकें 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा हैं. पार्टी नेतृत्व उत्तर प्रदेश में अगले दो वर्षों के भीतर नए राजनीतिक समीकरण, जातीय संतुलन और जनसंपर्क अभियान की सक्रिय तैयारी में है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी को सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय के लिए अहम जिम्मेदारी दी गई है.
सूत्र बताते हैं कि केंद्र और राज्य के बीच समन्वय को लेकर शीर्ष स्तर पर चर्चा चल रही है. अमित शाह के साथ बैठक में प्रदेश संगठन की सक्रियता, जिला स्तर पर पार्टी की पकड़ और विकास योजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा हुई. जेपी नड्डा के साथ बैठक में आगामी राजनीतिक अभियानों और जनसंवाद कार्यक्रमों की समीक्षा की गई.
मुख्यमंत्री ने नड्डा से प्रदेश में चल रहे जनसंपर्क अभियान, ‘समर्थ उत्तर प्रदेश विकास उत्तर प्रदेश @2047’ महाअभियान और संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा पर चर्चा की. पार्टी आने वाले महीनों में राज्य में बड़े पैमाने पर जनसंपर्क अभियान और युवा सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी कर रही है.
मुख्यमंत्री का यह दिल्ली दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में विकास परियोजनाओं के साथ-साथ बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों की तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्यमंत्री 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या में प्रस्तावित कार्यक्रम और उसी सप्ताह लखनऊ में होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्काउट-गाइड जंबूरी को लेकर भी वरिष्ठ नेताओं से सलाह-मशविरा कर रहे हैं.
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इस बार योगी का दिल्ली दौरा बेहद अहम था
मुख्यमंत्री योगी का इस बार का दिल्ली दौरा कई स्तरों पर अहम माना जा रहा है. शनिवार को उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की. अगले दिन दो प्रमुख रणनीतिकारों अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ बैठक एक बड़े राजनीतिक संदेश की ओर इशारा करती दिख रही है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली प्रवास के दौरान योगी को मंत्रिपरिषद के कुछ विभागों में संभावित बदलाव, अयोध्या और लखनऊ में होने वाले आगामी बड़े कार्यक्रमों की रूपरेखा और राज्य सरकार की प्राथमिकताओं के साथ-साथ राजनीतिक और सामरिक कूटनीति पर मार्गदर्शन मिला.



