भाभी, अमृत विचार. शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में भाई दूज हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भैया दूज पर बहनें अपने भाइयों के घर पहुंचीं और उन्हें तिलक लगाकर रक्षा का वचन लिया। इसलिए भाइयों ने अपनी बहनों को उपहार दिए और उन्हें सुरक्षा का वादा किया।
भाई दूज के मौके पर सुबह से ही बहनें अपने भाइयों के घर पहुंचना शुरू हो गईं। बहनों की भीड़ इतनी उमड़ी कि रोडवेज बसों और ट्रेनों में जगह कम पड़ गई। रोडवेज और रेलवे ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी, इसलिए बहनों ने रिक्शा वाहनों का सहारा लिया।
बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर अपनी सुरक्षा का वचन दिया। तो भाइयों ने भी उत्साहपूर्वक अपनी बहनों को उपहार दिए और उन्हें सुरक्षा का वचन दिया। उधर, ग्रामीण क्षेत्रों में भी भाई दूज का त्योहार परंपरागत ढंग से मनाया गया।