लखनऊ, लोकजनता: योगी कैबिनेट ने लेखपाल सेवा नियमावली में बड़ा बदलाव करते हुए चेनमैनों के लिए लेखपाल पद पर प्रमोशन का रास्ता खोल दिया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश लेखपाल सेवा (पंचम संशोधन) नियमावली 2025’ के तहत अब लेखपाल के कुल पदों का दो प्रतिशत पद पदोन्नति के आधार पर योग्य चेनमैनों को दिया जा सकेगा। यह पहली बार है कि चेनमैनों को सीधी भर्ती प्रणाली से परे पदोन्नति का अवसर मिलेगा।
राज्य में लेखपाल के 30,837 स्वीकृत पदों में से 21,897 पद भरे हुए हैं, जबकि 8,940 पद खाली हैं। अब तक सभी रिक्तियां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से सीधी भर्ती से भरी जाती थीं।
नई व्यवस्था के अनुसार केवल वही चेनमैन पदोन्नति के पात्र होंगे, जो मूल पद पर नियमित हों, भर्ती वर्ष के प्रथम दिन तक छह वर्ष की सेवा पूरी कर ली हो और इंटरमीडिएट या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण कर ली हो। चयन समिति उनकी पात्रता की जांच करेगी और सिफारिशें करेगी।
सरकार का कहना है कि अनुभवी चेनमैन को अकाउंटेंट बनाने से न सिर्फ विभाग की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि योजनाओं का जमीनी क्रियान्वयन भी तेज और प्रभावी होगा. इससे आम जनता को राजस्व विभाग की सेवाएं समय पर, पारदर्शी और बेहतर तरीके से उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
इन पदों पर नियुक्ति के लिए योग्यता
-जिन्होंने 6 साल की नियमित सेवा पूरी कर ली है
– जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/परिषद से इंटरमीडिएट या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की हो
-चयन समिति द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से उपयुक्त पाये गये
नए नियम से क्या बदलेगा
पदोन्नति के फलस्वरूप लेखाकारों को अपने कार्य में गति एवं अनुभव का लाभ मिलेगा।
-विभाग में बेहतर पोस्टिंग और कार्य संस्कृति विकसित होगी।
-योजनाओं को गांवों तक पहुंचाने में देरी कम होगी, आम लोगों को फायदा होगा



