लखनऊ, लोकजनता: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में वाहन पार्किंग शुल्क कॉरपोरेट मॉल से भी महंगा है। अधिक वसूली को लेकर आए दिन मरीजों और तीमारदारों की पार्किंग कर्मचारियों से झड़प हो रही है। मंगलवार को भी लॉरी कार्डियोलॉजी में अधिक वसूली को लेकर पार्किंग कर्मचारी अटेंडेंट से भिड़ गए। शिकायत की चेतावनी पर अतिरिक्त शुल्क वापस कर दिया गया।
केजीएमयू की लॉरी ओपीडी में प्रतिदिन 300 से अधिक मरीज आते हैं। परिसर में वाहन पार्किंग के लिए ठेका दे दिया गया है। इसमें मरीजों और तीमारदारों से वाहन पार्किंग के लिए प्रति घंटे के हिसाब से शुल्क लिया जाता है। इलाज कराने आए मरीज विमल ने सुबह आठ बजे अपनी बाइक पार्किंग में खड़ी कर दी। दोपहर करीब 12 बजे बाइक लेकर निकलने लगा। पार्किंग में तैनात कर्मचारी ने उससे चार घंटे के लिए पचास रुपये वसूले। विरोध करने पर धमकी दी गई, भीड़ जुटती देख पार्किंग ठेकेदार के गुर्गों ने 10 रुपये वापस कर दिए। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह का कहना है कि अगर पार्किंग शुल्क अधिक लिया गया तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रति घंटा वसूली
पर्ची पर शुल्क की प्रति घंटा दर लिखी होने के बाद भी मरीजों को दूसरी पर्ची दी जा रही है। जिसमें प्रति घंटा शुल्क दर नहीं लिखी है। इसका फायदा ठेकेदार के गुर्गे उठा रहे हैं। गुर्गे 10 रुपये प्रति घंटे की दर से वसूली का खेल खेल रहे हैं। जिम्मेदार आंखें मूंदकर बैठे हैं।
ये हैं बाइक के तय चार्ज
पार्किंग समय शुल्क
4 घंटे 20 रुपये
4 से 8 घंटे 30 रुपये
8 से 12 35 रुपये
12 से 24 60 रुपये
ठेकेदार से संपर्क करना आसान नहीं है
केजीएमयू ने केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर, लॉरी कार्डियोलॉजी, वृद्धावस्था मानसिक विभाग, न्यू ओपीडी, शताब्दी हॉस्पिटल समेत कई जगहों पर वाहन पार्किंग का ठेका दिया है। लेकिन किसी भी तरह के विवाद की स्थिति में ठेकेदार से कैसे संपर्क किया जा सकता है, इसकी जानकारी कहीं दर्ज नहीं है. इसका फायदा ठेकेदार के गुर्गे उठाते हैं। आइए और अधिक पुनर्प्राप्त करें. विरोध करने पर लोगों को धमकी भी देते हैं।
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