मुरादाबाद, लोकजनता। बदलते मौसम ने जहां ठंडक का अहसास कराना शुरू कर दिया है, वहीं इससे मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। जिले में डेंगू, चिकनगुनिया और स्क्रब टाइफस जैसी संक्रामक बीमारियों के मरीज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक 31 डेंगू और 64 मलेरिया के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि नमी और तापमान का संतुलन मच्छरों और कीड़ों के प्रजनन के लिए अनुकूल है, जिससे इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
जनरल फिजिशियन डॉ. आशीष कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जो साफ और रुके हुए पानी में पनपता है। डेंगू के मरीजों में तेज बुखार, तेज सिरदर्द, बदन दर्द और प्लेटलेट्स की कमी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। डॉक्टर सलाह दे रहे हैं कि लोग अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और पूरी बांह के कपड़े पहनें। सीएमओ डॉ.कुलदीप सिंह ने कहा कि इन बीमारियों से बचाव का सबसे कारगर उपाय साफ-सफाई है। उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों के आसपास गमलों, कूलरों व टंकियों में पानी जमा न होने दें। साथ ही मच्छरों से बचाव के उपाय जैसे रिपेलेंट और मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करना चाहिए।
संदिग्ध लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि समय पर जांच और इलाज से इन बीमारियों को गंभीर होने से पहले ही नियंत्रित किया जा सकता है।
स्क्रब टाइफस के मामले भी सामने आ रहे हैं.
डेंगू और मलेरिया के साथ-साथ स्क्रब टाइफस के मामले भी सामने आ रहे हैं. यह रोग संक्रमित घुनों के काटने से फैलता है, जो झाड़ियों और घास में पनपते हैं। स्क्रब टाइफस के लक्षणों में तेज बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते, लिम्फ नोड्स की सूजन और कमजोरी शामिल हैं। डॉक्टरों ने लोगों, खासकर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को झाड़ियों में काम करते समय सतर्क रहने और शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनने की सलाह दी है।



