बाराबंकी, लोकजनता। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में रामनगर तहसील स्थित पौराणिक स्थल श्री लोधेश्वर धाम महादेवा में आयोजित होने वाले महादेवा महोत्सव 2025 (अगहनी मेला) की तैयारियों को लेकर जिले के अधिकारियों एवं मेला समिति के सदस्यों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की.
बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार 17 से 23 नवंबर तक महादेवा महोत्सव का आयोजन किया जायेगा. यह सात दिवसीय आयोजन इस वर्ष भव्यता, दिव्यता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बनेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि महादेवा महोत्सव न केवल श्रद्धा का पर्व है, बल्कि यह जिले की सांस्कृतिक पहचान एवं जनभागीदारी का भी प्रतीक है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध एवं समन्वित तरीके से पूरी की जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। डीएम ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय प्रतिभाओं को प्राथमिकता दी जाये. मेला परिसर में झूले, झांकियां, सांस्कृतिक मंच, प्रदर्शनियां एवं मनोरंजन कार्यक्रमों के लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिये गये।
उन्होंने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा, यातायात, सीसीटीवी कैमरे, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, शौचालय, चिकित्सा सुविधा और साफ-सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा। पशुपालन विभाग को आवारा पशुओं की रोकथाम के लिए विशेष इंतजाम करने के भी निर्देश दिये गये। डीएम ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए एलईडी वैन, होर्डिंग्स व बैनर लगाने के निर्देश दिये, ताकि आम लोगों तक योजनाओं की जानकारी आसानी से पहुंच सके.
उन्होंने कहा कि महादेवा महोत्सव श्रद्धा, सुरक्षा और सौन्दर्य का संगम बने इसके लिए सभी विभाग समन्वित रूप से कार्य करें। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि जिले की सांस्कृतिक गरिमा का भी प्रतीक है.
बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय, मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सूदन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल, एएसपी उत्तरी विकास चंद्रा त्रिपाठी, सीओ गरिमा पंत, निवर्तमान विधायक शरद अवस्थी, मठ रिसीवर हरिप्रसाद द्विवेदी, ग्राम प्रधान राजन तिवारी समेत अन्य विभागों के अधिकारी व मेला समिति के सदस्य मौजूद रहे।



