लखनऊ. लोकनायक बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार राज्य भर में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है. इस अवसर पर 1 नवंबर से 15 नवंबर तक “जनजातीय गौरव पखवाड़ा” मनाया जा रहा है. कार्यक्रमों की शृंखला का समापन 15 नवंबर को सोनभद्र में होगा, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य समारोह में शामिल होंगे. इस संबंध में जनजातीय कल्याण मंत्री जयवीर सिंह और प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री असीम अरुण ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि यह आयोजन देश के आदिवासी समाज की गौरवशाली परंपरा, संघर्ष और योगदान को आम लोगों तक पहुंचाने का एक प्रयास है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में सरकार जनजातीय समुदाय के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चला रही है. उन्होंने कहा कि 1 नवंबर से 15 नवंबर तक जनजातीय गौरव पखवाड़ा के दौरान प्रदेश भर में सांस्कृतिक कार्यक्रम, जनजागरूकता रैलियां, परिचर्चाएं और प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं. वहीं 13 नवंबर से 18 नवंबर तक राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में “जनजातीय भागीदारी महोत्सव” का आयोजन किया जाएगा.
पर्यटन और संस्कृति मंत्री असीम अरुण ने कहा कि यह आयोजन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश की आदिवासी परंपराओं और विविधता को प्रदर्शित करेगा। इस बार अरुणाचल प्रदेश भी विशेष भागीदार राज्य के रूप में इस आयोजन में भाग लेगा। उन्होंने कहा कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना के अनुरूप यह कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामाजिक सद्भाव को मजबूत करेगा. इस दौरान जनजातीय कला, नृत्य, संगीत, हस्तशिल्प और खाद्य परंपराओं का प्रदर्शन किया जाएगा। मंत्री असीम अरुण ने कहा कि इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित जनजातीय सहभागिता महोत्सव में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनजातीय समुदायों के अलावा अन्य राज्यों के कलाकार भी अपनी सांस्कृतिक झलक प्रस्तुत करेंगे. सरकार का उद्देश्य आदिवासी समाज के गौरव, परंपरा और योगदान का सम्मान करना और समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देना है।



