बाराबंकी, लोकजनता। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की 197वीं जयंती पर बुधवार को पूरे जिले में वैभव और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। नारी शक्ति ने रानी लक्ष्मीबाई के वस्त्र पहनकर जुलूस में भाग लिया, जिससे पूरे शहर में साहस, देशभक्ति और गौरव का संदेश फैल गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से शहर में भव्य जुलूस जीआईसी सभागार से शुरू होकर नाका चौराहा, धनोखर चौराहा, नेबलेट चौराहा, लखपेड़ाबाग होते हुए जीआईसी पहुंचकर संपन्न हुआ। सैकड़ों छात्राएं 101 मीटर लंबे तिरंगे के साथ कतारबद्ध होकर देशभक्ति का संदेश दे रही थीं।
हजारों छात्रों की मौजूदगी से पूरा शहर देशभक्ति के नारों और गीतों से गूंज उठा. जुलूस का नेतृत्व विभाग छात्रा प्रमुख प्रियांशी बाजपेई ने किया, कार्य समिति सदस्य आकाश त्रिवेदी, जिला संयोजक योगेश सिंह, रचना वर्मा, डाली सैनी, मानसी, सौम्या, वंदना, आस्था, दिव्यांशी, नगर मंत्री कार्तिकेय मिश्रा, विभाग कार्यालय मंत्री अभय राम त्रिपाठी, अभय शुक्ला, विशाल व कामिल आदि मौजूद रहे।
तहसील फतेहपुर क्षेत्र में भी रानी लक्ष्मीबाई की जयंती धूमधाम से मनाई गई। घोड़े पर सवार रानी की वेशभूषा में सजी छात्रा जुलूस का मुख्य आकर्षण रही। रास्ते में नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में भव्य जुलूस और झांकी का भी आयोजन किया गया, जिसमें शहर के मुख्य मार्गों पर भ्रमण करते हुए लोगों ने वीरता और राष्ट्रीय गौरव का संदेश दिया।
जगह-जगह अधिवक्ताओं व गणमान्य नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर जुलूस का स्वागत किया। रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय में जयंती समारोह का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया। बुधवार सुबह सभागार में रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला गया।
इसके बाद दोपहर में कक्षा 5 से इंटरमीडिएट तक की करीब 50 छात्राएं रानी लक्ष्मीबाई का रूप धारण कर जुलूस में शामिल हुईं। नारे लगाती और देशभक्ति का संदेश देती छात्राओं का मार्च लोगों का ध्यान खींचता रहा। अंत में विद्यार्थियों ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित फिल्म देखी और उनके अदम्य साहस, बलिदान और देशभक्ति से प्रेरणा ली।



