बाराबंकी, अमृत विचार। परिषदीय और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन देने के आदेश के खिलाफ उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने घोषणा की है कि 1 नवंबर 2025 को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा जायेगा.
जिलाध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में शिक्षकों को कई व्यावहारिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए संगठन ने कई माह पहले तत्कालीन मुख्य सचिव व वरीय विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया था.
तब मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई वार्ता में मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लेते हुए ऑनलाइन उपस्थिति प्रक्रिया पर अस्थायी रोक लगाने का आश्वासन दिया था. डॉ. सिंह ने कहा कि इसके बावजूद विभागीय अधिकारी वर्तमान में दोबारा ऑनलाइन अटेंडेंस लागू करने के लिए अनुचित दबाव बना रहे हैं और कार्रवाई की धमकी दे रहे हैं.
इस संबंध में अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रांतीय अध्यक्ष सुशील पांडे ने 24 अक्टूबर को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा को पत्र भेजकर शिक्षकों और छात्रों दोनों के सामने आने वाली कठिनाइयों से अवगत कराया था. उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग की ओर से अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गयी है, जिसके कारण संगठन को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है.
जिला मंत्री उमानाथ मिश्र, कोषाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ. देवेन्द्र द्विवेदी, संयुक्त मंत्री सुनील त्रिपाठी एवं उपाध्यक्ष किरन विश्वकर्मा ने जिले के शिक्षकों से बड़ी संख्या में प्रदर्शन एवं ज्ञापन कार्यक्रम में भाग लेने का आह्वान किया है, ताकि सरकार का ध्यान शिक्षकों की समस्याओं की ओर आकर्षित किया जा सके।



