फ़तेहपुर/बाराबंकी, लोकजनता। किसान की गला दबाकर हत्या कर दी गई और उसका शव पुआल के ढेर में छिपा दिया गया। कपड़ों पर लगे कीचड़ और मुंह से निकले खून से पता चल रहा था कि मृतक ने अपनी जान बचाने की पूरी कोशिश की थी. खबर फैलते ही ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुंच गए। सोमवार की रात किसान घर से निकला था। पुलिस ने भाई की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मीननगर निवासी राजमल यादव (45) सोमवार को अपने भाई लालजी के घर आयोजित ढोल पूजा कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए और घर पर अकेले थे। रात करीब 11 बजे जब उसकी पत्नी घर लौटी तो उसने पानी मांगा और शौच के लिए बाहर चला गया, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा।
मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने मीरनगर-बड्डूपुर मार्ग पर महंत कुटी के पास भूसे के ढेर के पास शव देखा, जिसकी पहचान राजमल के रूप में की। उसकी गर्दन पर किसी नुकीली चीज से हमले का निशान था, जबकि हाथ की उंगली क्षतिग्रस्त मिली। शर्ट के बटन खुले थे और पास में चप्पल और प्लास्टिक का गमछा भी मिला।
आशंका जताई जा रही है कि राजमल की कहीं और गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसका शव यहां लाकर फेंक दिया गया, क्योंकि उसकी पीठ पर धूल-मिट्टी लगी हुई थी। ग्रामीणों ने बताया कि राजमल मेहनती और सरल स्वभाव का व्यक्ति था और उसका किसी से कोई विवाद नहीं था।
वह करीब छह बीघे कच्ची जमीन का काश्तकार था और खेती-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। उनके परिवार में पत्नी सीतापति, बेटा शिवराज उर्फ प्रिंशु और शादीशुदा बेटी नैंसी हैं। पुलिस ने मृतक के परिजनों से पूछताछ की और फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर भाई की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना की सूचना मिलने पर एडिशनल एसपी विकास चंद्र त्रिपाठी, सीओ जगतराम कनौजिया और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।



