बहराईच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर को सील कर दिया गया है. यह कार्रवाई कैसरगंज आगापुर निवासी हरीराम के बच्चे की जान के लिए खतरा बनी सेंटर की कथित गलत रिपोर्ट के मामले में की गई है। मामला तूल पकड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच तेज कर दी है.
दो सप्ताह की सुस्ती के बाद शनिवार को उप मुख्य चिकित्साधिकारी (डिप्टी सीएमओ) बहराइच डॉ. अनुराग वर्मा खुद कैसरगंज पहुंचे और मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर का मौके पर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ. वर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जो केंद्र से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है. उन्होंने कहा, ”जांच अभी पूरी नहीं हुई है, लेकिन शुरुआती तौर पर कमेटी की अंतिम रिपोर्ट आने तक पैथोलॉजी लैब की सेवाएं सीज कर दी गई हैं.”
कैसरगंज के आगापुर निवासी हरीराम के बच्चे को मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर ने प्लेटलेट्स की गलत रिपोर्ट दे दी थी, जिससे बच्चे की जान खतरे में पड़ गई और उसका इलाज लखनऊ में कराना पड़ा।
इस मामले में पीड़ित ने मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर की शिकायत उच्च अधिकारियों से की थी. जांच के बाद आज इस मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर को सील कर दिया गया है. उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) बहराइच डॉ. अनुराग वर्मा स्वयं कैसरगंज पहुंचे और मोहन डायग्नोस्टिक सेंटर का मौके पर निरीक्षण कर उसे सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रहा है.



