बरेली, लोकजनता। डीएम अविनाश सिंह की सख्ती के बाद जिले में महीनों से लंबित भ्रष्टाचार से जुड़ी सभी जांचें पूरी हो गयी हैं. समीक्षा के दौरान डीएम के सामने कई ऐसे मामले आए, जिनमें पहले से ही टीमें गठित थीं, लेकिन निस्तारण नहीं हो सका। ऐसे मामले सामने आने पर पिछले दिनों डीएम के निर्देश पर डीपीआरओ कमल किशोर ने एक कमेटी गठित की थी. इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों समेत एक इंजीनियर को नामित कर 15 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है. अधिकांश जांचें तय समय में पूरी कर रिपोर्ट भेज दी गई हैं।
दमखोदा के ग्राम उन्हैनी जागीर की जांच नौ माह से लंबित, जिला पूर्ति अधिकारी, जेई जिला पंचायत, दमखोदा के सुकटिया की जांच एक माह से लंबित, डीसी एनआरएलएम, एई लघु सिंचाई विभाग, मझगवां के नूरपुर की जांच दो माह से लंबित, उप निदेशक कृषि, निर्माण खंड एक के सहायक अभियंता, भदपुरा के गांव परसरामपुर की जांच आठ माह से लंबित, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सिडको के एई तीन माह से लंबित। नकटी नारायणपुर, एआर कोआपरेटिव, लघु सिंचाई के एई की जांच दो माह से लंबित, जिला पूर्ति अधिकारी खजुरिया श्रीराम की जांच, आरईडी के एई, भादपुर के अलहैया की जांच तीन माह से लंबित, उपनिदेशक कुशी, आईडी के एई की जांच, भौआ बाजार की जांच एक माह से लंबित, रुहेलखंड नाबर खंड के जिला सामाजिक संयोजन अधिकारी, एई की जांच 15 दिन से लंबित है। शेरगढ़ के गांव रुस्तमनगर की जांच डीडीओ, लघु सिंचाई के एई, बिथरी के गांव डोहरा की जांच एक माह से लंबित, डीआईओएस, पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के एई, फतेहगंज पश्चिमी के गांव तुरसा पट्टी की जांच नौ माह से लंबित, जिला कृषि अधिकारी की जांच, पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड अगरास के एई, तीन माह से लंबित डीआईओएस, पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के एई, फरीदपुर के गांव कादरगंज की जांच 15 दिन से लंबित। पीडी डीआरडीए, आरईडी के एई से लंबित जांच, भोजीपुर के फरीदापुर रामचरन की जांच सात माह से लंबित, नवाबगंज के मुड़िया भीकमपुर की जांच पांच माह से लंबित, रिछौला चौधरी की जांच तीन माह से लंबित डीआईओएस व जिला पंचायत के अवर अभियंता को संयुक्त रूप से सौंपी गई। डीपीआरओ कमल किशोर ने बताया कि अधिकांश गांवों की जांच पूरी हो चुकी है। जल्द ही रिपोर्ट डीएम को भेज दी जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.



