पीलीभीत, अमृत विचार: अवैध रूप से धान का स्टॉक करने वाले सीड प्लांट मालिक पर आखिरकार मंडी प्रशासन ने कार्रवाई कर दी। परिसर में मिले धान के स्टॉक के अनुसार 1.72 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है.
मंडी समिति के अधिकारियों को पीलीभीत क्षेत्र के गजरौला कस्बे के पास असम हाईवे पर स्थित सीड प्लांट में धान के अवैध भंडारण की सूचना मिल रही थी। इस पर 15 अक्टूबर को मंडी समिति की टीम ने छापा मारा, लेकिन बीज प्लांट का गेट न खुलने पर टीम लौट गई। तर्क दिया गया कि सीड प्लांट मालिक जिले से बाहर है। इसके बाद दूसरे दिन फिर मंडी समिति के जहीर अहमद के नेतृत्व में टीम पहुंची और परिसर में चार सौ क्विंटल से अधिक धान का अवैध भंडारण पकड़ा। बताया जाता है कि बीज प्लांट के मालिक ने अपने ही पारिवारिक एजेंट से धान भंडारण के लिए गोदाम कुर्क करने की अनुमति मांगी थी. लिखित आवेदन मिलने पर टीमें नियमानुसार प्रक्रिया अपना रही हैं। इसकी कई बिंदुओं पर जांच की जाती है. अनुमति नहीं मिल सकी और धान का भंडारण होता रहा. वहीं इस मामले में कई दिनों तक कार्रवाई अधर में लटकी रहने से तमाम तरह की चर्चाएं तेज हो गईं। हालांकि, अब मंडी प्रशासन ने कार्रवाई की है. मंडी सचिव प्रवीण कुमार अवस्थी ने बताया कि नारायण सीड प्लांट से अवैध भंडारण पर 172777 रुपये की वसूली की गई है। इसमें बाजार शुल्क 10441 रुपये, विकास शेष 5236 रुपये और जुर्माना राशि 157070 रुपये शामिल है. वहीं, सीड प्लांट मालिक की ओर से गोदाम कुर्क करने के लिए दिये गये आवेदन पर अभी तक कोई अनुमति नहीं दी गयी है. इसको लेकर प्रक्रिया चल रही है.



