पीलीभीत, लोकजनता। किसानों के करोड़ों रुपये हड़प कर परिवार समेत भागने वाले दलाल पर कानूनी शिकंजा कस गया है. कई दिनों से चल रही जांच के बीच अब शाहजहांपुर के दो किसानों की संयुक्त शिकायत के आधार पर संबंधित आढ़ती और उसके मुनीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
शाहजहाँपुर जिले के निगोही थाना क्षेत्र के ग्राम सांडा खास निवासी किसान संदीप कुमार पुत्र अनिल कुमार की ओर से सुनगढ़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसमें बताया गया था कि उसने और गांव के ही राम बहादुर के बेटे हरीश कुमार उर्फ मुन्नू ने अपना धान बालमुकुंद राममूर्ति आढ़ती के मालिक प्रियांशु अग्रवाल पुत्र सुरेंद्र कुमार अग्रवाल और उनके मुनीम अरुण कुमार को पीलीभीत मंडी समिति में बेचा था। 7 अक्टूबर 2025 को हरीश ने 140 क्विंटल धान 1910 रुपये प्रति क्विंटल की दर से दिया.
वहीं, संदीप ने 17 अक्टूबर और 19 अक्टूबर को उक्त दर पर 1280 रुपये में धान दिया था. जब आढ़ती को फोन कर संपर्क किया तो वह टालमटोल करने लगा। इसके बाद जब उन्होंने अपने धान की रकम पाने के लिए मंडी आढ़ती से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्हें पता चला कि उक्त आढ़ती प्रियांशु कुमार आढ़ती छोड़कर भाग गया है और कई किसानों के आठ करोड़ से अधिक रुपये लेकर गायब हो गया है.
उसका मोबाइल नंबर भी बंद है. इस मामले में सुनगढ़ी पुलिस ने प्रियांशु अग्रवाल और उनके अकाउंटेंट अरुण कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है. वहीं आरोपियों की लोकेशन को लेकर भी जांच की जा रही है. इंस्पेक्टर सुनगढ़ी नरेश त्यागी ने बताया कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है.
कई पीड़ित अब भी कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं
आढ़ती के फरार होने के बाद उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है. वहीं खाद्य अभिकर्ता कल्याण समिति ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया था. आढ़तियों के भी करीब 75 लाख रुपये हैं। वहीं, कई अन्य लोग भी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं. लेकिन, वे अब तक खुलकर कार्रवाई के लिए सामने नहीं आये हैं. वे आरोपियों के रिश्तेदारों से संपर्क कर बिना पुलिस कार्रवाई के पैसे वापस दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.



