लखनऊ. उत्तर प्रदेश के आबकारी एवं मद्य निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने सोमवार को गन्ना संस्थान के सभागार में ‘यूपी एक्साइज सिटीजन ऐप’ लॉन्च किया. इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा कि देशी शराब की दुकानों, कंपोजिट दुकानों, मॉडल शॉप, प्रीमियम रिटेल विक्रेताओं एवं बार लाइसेंस के माध्यम से मानक स्तर की शराब/बीयर आदि की बिक्री सुनिश्चित करने के लिए आबकारी विभाग कृतसंकल्पित है।
उन्होंने कहा कि इसी क्रम में शराब/बीयर उपभोक्ताओं के प्रति पूरी पारदर्शिता दिखाते हुए ‘यूपी एक्साइज सिटीजन ऐप’ तैयार किया गया है. यह ऐप Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध है। ऐप को कोई भी नागरिक/उपभोक्ता अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकता है। उन्होंने बताया कि ऐप के माध्यम से किसी भी शराब की दुकान से बेची जाने वाली शराब की बोतलों/एसेप्टिक ईंट पैक/कैन आदि पर चिपकाए गए उत्पाद चिपकने वाले लेबल पर मुद्रित क्यूआर कोड को सत्यापित किया जा सकता है। कोड को स्कैन करके संबंधित शराब की बोतल से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी देखी जा सकती है। इन्हें बोतल के लेबल पर छपे विवरण और संबंधित खुदरा दुकान के विवरण से सत्यापित किया जा सकता है।
आबकारी मंत्री ने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन करते ही ब्रांड का नाम और लोड की गई शराब की ताकत मोबाइल स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगी, जिसमें बीयर, वाइन, लैब, व्हिस्की, वोदका, रम, जिन, देशी शराब, यूपीएमएल शामिल हैं। शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि पैकिंग का प्रकार (कांच की बोतल/पेट बोतल/एसेप्टिक ब्रिक पैक (टेट्रा पैक)/कैन आदि) ऐप के माध्यम से देखा जा सकता है। इसके अलावा ऐप पर शराब आपूर्ति का प्रकार, एमआरपी, संबंधित खुदरा दुकान का नाम और दुकान आईडी सहित अन्य विवरण प्रदर्शित होंगे। इसके अलावा, संबंधित थोक लाइसेंस का नाम और खुदरा दुकान पर स्टॉक की तारीख की जानकारी भी उपलब्ध होगी।
आबकारी मंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि किसी भी फुटकर दुकान से शराब/बीयर की कोई भी बोतल खरीदते समय उसका परीक्षण ”यूपी एक्साइज सिटीजन ऐप” के माध्यम से अवश्य करा लें। श्री अग्रवाल ने कहा कि यदि कोई विसंगति सामने आती है तो इसकी सूचना तत्काल संबंधित जिला आबकारी अधिकारी या आबकारी विभाग के टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर दी जाए। कृपया 14405 पर दें।



