लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 अक्टूबर को शाम 4 बजे घाट पर सूर्य देव को पहला अर्घ्य देकर छठ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की और तैयारियों पर चर्चा की.
उन्होंने मुख्यमंत्री से 27 और 28 अक्टूबर को पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया, ताकि श्रद्धालु बिना किसी बाधा के छठ मैया की पूजा कर सकें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में छठ पर्व के सुचारु आयोजन के लिए सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिये गये हैं.
इस वर्ष प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में 41वें छठ महापर्व का भव्य आयोजन लखनऊ के गोमती तट स्थित लक्ष्मण मेला मैदान में किया जा रहा है। आयोजन स्थल के घाटों की साफ-सफाई, रंग-रोगन और मधुबनी पेंटिंग से सजाया जा रहा है. 25 अक्टूबर को ‘नहाय-खाय’, 26 अक्टूबर को ‘खरना’, 27 अक्टूबर को शाम का अर्घ्य और 28 अक्टूबर को सुबह के अर्घ्य के साथ महापर्व का समापन होगा.
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, राज्यसभा सांसद अमरपाल मौर्य, लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल समेत कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे.
200 लोक कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
छठ महापर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना पटवारी (असम), गोपाल राय (बलिया) और सुरेश शुक्ला (मुंबई) समेत करीब 200 लोक कलाकार लगातार 18 घंटे तक प्रस्तुति देंगे.
समाज के पदाधिकारी मनोज सिंह, वेद प्रकाश राय, सुनील सिंह, सुरेश कुशवाहा, अंबरीश राय व अन्य सहयोगी छठ घाट की व्यवस्था व साज-सज्जा में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं. भोजपुरी समाज ने आशा व्यक्त की है कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में इस वर्ष का छठ पर्व न केवल लखनऊ बल्कि पूरे प्रदेश में भक्ति, आस्था और लोक संस्कृति का अद्भुत संगम बनेगा।