लखनऊ. सूर्योपासना और लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर पूरे देश में भक्ति और श्रद्धा का माहौल है. इस शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ के लक्ष्मण मेला पार्क स्थित छठ घाट पहुंचे और खुद इस महापर्व में शामिल हुए.
सीएम योगी ने न सिर्फ गोमती नदी के तट पर गोमती मैया की भव्य आरती की और उनकी पूजा की, बल्कि उन्होंने छठ व्रतियों का सम्मान भी किया और उन्हें शुभकामनाएं भी दीं. उनका यह कदम लोक उत्सवों के प्रति सरकार के सम्मान और जन भावनाओं से उसके गहरे जुड़ाव को दर्शाता है।
मां गोमती को दूध अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सायंकालीन अर्घ्य के महत्वपूर्ण समय से पहले लक्ष्मण मेला पार्क स्थित छठ घाट पहुंचे। घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं और छठ व्रतियों की अटूट श्रद्धा और भक्ति का माहौल दिख रहा था. मुख्यमंत्री योगी ने गोमती नदी के तट पर जाकर छठी मैया और सूर्य देव को अर्घ्य दिया।
पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए उन्होंने गोमती मैया की आरती की, दीपक जलाए और पवित्र दूध अर्पित किया। मुख्यमंत्री ने स्वयं नदी में दूध प्रवाहित कर प्रकृति एवं जलस्रोतों के संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह त्योहार हमें सिखाता है कि हमें जीवनदायिनी नदियों और प्रकृति के हर रूप का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि इन सबके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना भारतीय संस्कृति की मूल पहचान है।
पूजा संपन्न करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ घाट पर की गई सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विस्तार से निरीक्षण किया. उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिया कि घाटों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाये, नदी के जलस्तर को नियंत्रित किया जाये और महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायें.
सीएम ने मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि त्योहार के दौरान किसी भी तरह की अराजकता या चूक नहीं होनी चाहिए और श्रद्धालुओं की मदद के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई छठ व्रतियों और उनके परिजनों से सीधा संवाद किया, उनका हालचाल जाना और उन्हें पर्व की शुभकामनाएं दीं.



