लोकजनता, लखनऊ : लखनऊ उत्तर विधायक डॉ. नीरज बोरा ने पक्का पुल स्थित संझिया घाट की साफ-सफाई, घाट के समतलीकरण, झाड़ियों की कटाई और घाट की सफाई का निरीक्षण किया। उन्होंने भोजपुरी छठ पूजा समिति के अध्यक्ष अशोक वर्मा और महासचिव एमके सिंह से प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाने की अपील की. कहा कि छठ पूजा पर श्रद्धालु प्लास्टिक का प्रयोग न करें इसके लिए समिति पदाधिकारी जागरूकता अभियान चलाएं।
समिति के आरआर प्रभारी मनोज कुमार, अधिशाषी अभियंता नजमी मुजफ्फर, जोनल अधिकारी अमरजीत यादव, सहायक अभियंता विनोद पाठक, जेएसओ जितेंद्र गांधी, थाना प्रभारी अंजनी और उद्यान विभाग के अधिकारी समेत महानगर उपाध्यक्ष सौरभ वाल्मिकी, मंडल अध्यक्ष रमन निगम, पार्षद सुदर्शन कटियार, उपाध्यक्ष मोहित रहकवार मौजूद रहे।
तैयारियों को लेकर मंत्री ने की समीक्षा बैठक
राज्य सरकार दिवाली के बाद छठ पर्व की व्यवस्था में और सुधार करेगी. नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अपने कैंप कार्यालय में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ छठ पर्व की तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान एके शर्मा ने छठ पर्व की सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने का निर्देश दिया.
नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग को दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देश
उन्होंने कहा कि सभी तैयारियां ऐसी होनी चाहिए कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिया कि साफ-सफाई, फॉगिंग, कीटाणुनाशक का छिड़काव, घाटों का समतलीकरण एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाये. उन्होंने कहा कि शहर की मुख्य सड़कों तथा घाटों तक जाने वाली सड़कों की मरम्मत एवं गड्ढामुक्ति का कार्य शीघ्र पूरा किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि छठ पर्व के मौके पर साफ-सफाई और व्यवस्था सबसे बड़ा सेवा कार्य है, इसलिए सभी अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदारी के साथ मैदान में उतरें.
छठ पर्व पर निर्बाध बिजली, पूरी साफ-सफाई मिलेगी.
मंत्री ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि छठ पर्व के दौरान किसी भी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि विशेष रूप से घाटों और पूजा स्थलों के आसपास अस्थायी प्रकाश व्यवस्था, हाई मास्ट लाइट की कार्यप्रणाली और विद्युत सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सभी अधीक्षण अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि छठ पर्व के दौरान नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय रहे. कहीं से भी किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। सभी फीडरों एवं ट्रांसफार्मरों की पूर्व जांच कर ली जाए, ताकि किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी उत्पन्न न हो।