चित्रकूट, लोकजनता। ट्रेजरी घोटाले के तहत बुधवार को भी आरोपियों से थाने में पूछताछ की गई. इस दौरान कोषागार के दो आरोपित लिपिकों की पहचान पेंशनधारियों से हो गयी. उनमें से अधिकांश ने स्वीकार किया कि उन्होंने ही उनसे बात की थी।
पूछताछ के बाद दोनों कर्मियों समेत अन्य 13 आरोपियों की मेडिकल जांच करायी गयी और उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. इन आरोपियों में चार महिलाएं भी शामिल हैं. जिले में करोड़ों का ट्रेजरी घोटाला चर्चा का विषय बना हुआ है.
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं. इस बीच बुधवार को विभिन्न स्थानों से पेंशनरों को बुलाया गया और उनका आरोपी कोषागार लिपिक अशोक कुमार व विकास से आमना-सामना कराया गया. उनमें से अधिकांश ने दोनों को पहचान भी लिया।
कोतवाली प्रभारी श्याम प्रताप पटेल ने बताया कि दोनों कोषागार कर्मचारियों व अन्य को मेडिकल परीक्षण के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस दूसरे आरोपी सेवानिवृत्त सहायक कोषागार पदाधिकारी अवधेश प्रताप की तलाश में जुटी है.
वरिष्ठ कोषाधिकारी रमेश सिंह ने बताया कि 29 अक्टूबर से अब तक कुल 1,58,25,837 रुपये खाते में वापस आ चुके हैं। बुधवार को पांच पेंशनधारियों ने 34,63,362 रुपये जमा किये.



