गोंडा, लोकजनता। रेलवे ट्रैक पर हादसों को रोकने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है. लोगों को रेलवे ट्रैक पर जाने से रोकने के लिए ट्रैक के दोनों तरफ फेंसिंग की जाएगी. फेंसिंग लगने से यात्री या अन्य कोई मवेशी रेलवे ट्रैक पर नहीं जा सकेंगे, इससे आए दिन होने वाली दुर्घटनाएं रुकेंगी.
बुधवार को गोंडा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने आए पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक उदय बोरवंकर ने प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत 1350 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक के दोनों ओर फेंसिंग का कार्य किया जाएगा.
पहले चरण में यह काम गोरखपुर से लखनऊ तक होना है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. प्रेस वार्ता से पहले उन्होंने पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल व अन्य रेलवे अधिकारियों के साथ गोंडा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये.
शाम करीब पांच बजे गोरखपुर से गोंडा पहुंचे पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक उदय बोरवणकर ने मंडल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल के साथ गोंडा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और रेलवे परिचालन संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। महाप्रबंधक ने पुल, सिग्नलिंग और यात्री सुविधाओं का जायजा लिया और अमृत भारत योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच की.
रेलवे महाप्रबंधक ने अधिकारियों को संरक्षा एवं संरक्षा के संबंध में निर्देश भी दिये. रेलवे महाप्रबंधक ने कहा कि हमारा गोरखपुर से गोंडा तक का सेक्शन परिचालन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण सेक्शन है. आज इसका गहनता से निरीक्षण किया गया है. निरीक्षण के दौरान रेलवे परिचालन से संबंधित सभी पहलुओं जैसे लोकोमोटिव, वैगन, ट्रैक, पुल, सिग्नलिंग आदि के रखरखाव का निरीक्षण किया गया।
उन्होंने यात्रियों और कर्मचारियों से संबंधित जानकारी ली और उपकरणों के रखरखाव की स्थिति देखी। महाप्रबंधक ने अमृत भारत योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण कर गुणवत्ता की जांच की. निरीक्षण के दौरान बच्चों ने रेलवे सुरक्षा से संबंधित एक नाटक भी प्रस्तुत किया.
रेलवे महाप्रबंधक ने बताया कि निरीक्षण के दौरान संरक्षा एवं संरक्षा से संबंधित सभी कार्यों का अध्ययन एवं अधिकारियों से चर्चा की गयी तथा सभी को उचित दिशा-निर्देश दिये गये. इस दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।



