कानपुर, लोकजनता। दिल्ली से शुरू हुई चरण सुहावे यात्रा जब गुरुद्वारा कीर्तनगढ़ गुमटी नंबर पांच में रात्रि विश्राम के बाद श्री पटना साहिब के लिए रवाना हुई तो बोले सो निहाल-सतश्री अकाल का जयकारा लगाया गया और पुष्प वर्षा की गयी.
बुधवार की सुबह गुरुद्वारा कीर्तनगढ़ से बाइपास के रास्ते गुमटी नंबर पांच, संत नगर, गुरुद्वारा रंजीत नगर, गुरुद्वारा पांडु नगर, गोविंद नगर होते हुए श्री पटना साहिब के लिए रवाना हुई. इस यात्रा के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब को एक सुंदर पालकी में विराजमान किया गया था, जिनके सामने मत्था टेकने के लिए संगत की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी।
आपको बता दें कि इन पवित्र जोड़ों को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मस्थान पटना साहिब में सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है, यही कारण है कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता साहिब कौर जी के पवित्र जोड़े (चरण पादुका) को 300 साल बाद श्री पटना साहिब ले जाया जा रहा है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी का परिवार पिछले 300 वर्षों से इस पवित्र जोड़े की सेवा कर रहा था। पूरे ऐतिहासिक साक्ष्यों के साथ पुरी ने पीएम से संपर्क किया और फिर पीएम से आशीर्वाद लेकर इसे दिल्ली से श्री पटना साहिब ले जाने का फैसला किया।
श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लार्ड, गुरुद्वारा कीर्तनगढ़ के अध्यक्ष हरजीत सिंह कालरा, गुरजिंदर सिंह, पृथ्वीपाल सिंह बिल्ला, सरदार नीटू सिंह, गुरविंदर सिंह छाबड़ा, राजबीर सिंह ग्रोवर, संजय टंडन, कुलदीप सिंह गुरुचरण सिंह, टीटू सागरी, अमरजीत सिंह गांधी, जसबीर सिंह सचदेवा, रवींद्र सिंह अरोरा एडवोकेट, मीतू सागरी आदि थे।



