कानपुर, लोकजनता। बारिश के बाद मौसम में आए बदलाव के कारण लोगों में वायरल की समस्या बढ़ गई है, जिससे न सिर्फ हैलट अस्पताल बल्कि उर्सला अस्पताल में भी बीमार लोगों की संख्या बढ़ गई है। डॉक्टरों के मुताबिक बारिश के बाद खासकर रात में ठंड बढ़ गयी है. लेकिन इसके बावजूद जो लोग कूलर और एसी चला रहे हैं और ठंडा पानी पी रहे हैं उन्हें सीने में जकड़न, नाक बंद होना, खांसी, जुकाम, बुखार और सिरदर्द और शरीर में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में सोमवार को करीब छह सौ मरीज इलाज के लिए आए, जिनमें से 30 से 40 फीसदी मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, सीने में दर्द और गले में खराश से पीड़ित थे। डॉक्टरों ने जब मरीजों की हिस्ट्री ली तो कई मरीजों ने बताया कि उन्होंने दिन में ठंडा पानी पिया और रात में कूलर और एसी चलाकर सोए, जिसके कारण अगली सुबह उन्हें सर्दी, खांसी और बुखार के साथ सिरदर्द हो गया.
वहीं, कुछ मरीजों ने इन लक्षणों के साथ पेट दर्द और डायरिया जैसी समस्याएं भी बताईं। इन मरीजों में युवा, अधेड़ और बुजुर्ग सभी आयु वर्ग के लोग शामिल थे। मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि मौसम में बदलाव के बाद भी लोग ठंडी चीजों का सेवन कर रहे हैं, जिससे उन्हें फिर से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
खासकर वे लोग अधिक बीमार हो रहे हैं, जिनकी दिनचर्या ठीक नहीं है। उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। वह पर्याप्त नींद नहीं लेते, पौष्टिक भोजन से दूर रहते हैं और योग व शारीरिक व्यायाम नहीं करते। वहीं, उर्सला अस्पताल के निदेशक डॉ. एचडी अग्रवाल ने कहा कि इन दिनों वायरल के साथ-साथ सिरदर्द की समस्या से पीड़ित मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है. ओपीडी में डॉक्टर उन्हें परामर्श दे रहे हैं।
ऐसे करें अपनी सुरक्षा
– हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं।
– छींकते या खांसते समय अपने मुंह को टिशू या अपनी कोहनी से ढकें।
-सर्दी-खांसी से पीड़ित लोगों से दूरी बनाकर रखें।
-सार्वजनिक स्थानों पर सतहों, खिड़कियों, दरवाजों आदि को छूने से बचें।
-अपने आहार में पौष्टिक और पौष्टिक चीजों को शामिल करें।
-शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सात से आठ घंटे की नींद लें।
– प्यास न लगने पर भी पर्याप्त पानी पिएं।



