कानपुर, अमृत विचार। एक करोड़ से अधिक लागत के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे जिलाधिकारी ने बैठक में दो अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर कई अधिकारियों के कार्य पर असंतोष व्यक्त किया और एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया.
समीक्षा के दौरान पाया गया कि मण्डलीय संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा, कानपुर के भवन निर्माण कार्य जो कि यूपी सिडको द्वारा कराया जा रहा है, जिला टास्क फोर्स के निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता में कमी पायी गयी।
शनिवार को सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा कराये गये निर्माण कार्यों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गयी. बैठक में अनुपस्थित रहे भूमि संरक्षण अधिकारी व दक्षिणांचल विद्युत वितरण खंड अधिकारी से नाराज होकर डीएम ने दोनों अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये.
जिलाधिकारी ने जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि योजनाओं के समय से पूरा न होने के कारण जनपद की रैंकिंग प्रभावित हो रही है। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की सूची उपलब्ध कराएं ताकि उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा सके। उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसी परियोजनाओं के विरूद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव भी तैयार कर एक नवम्बर से 10 नवम्बर के बीच प्रस्तुत किया जाये।
जिन परियोजनाओं में टास्क फोर्स की रिपोर्ट में गुणवत्ता की कमी या साइट पर कार्य न होने की शिकायतें प्राप्त हुई हैं, वहां संबंधित कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार किया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ईशा शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।



