कानपुर, लोकजनता। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय किरन आनंद ने मुख्यालय लखनपुर में समीक्षा बैठक की। प्राधिकरण की नीतियों एवं क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा के दौरान उन्होंने औद्योगिक निवेश लक्ष्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिये। कार्यभार ग्रहण करने के बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि यूपीसीडा राज्य सरकार के इन्वेस्ट यूपी विजन को साकार करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेगा। संगठन का उद्देश्य राज्य में उद्योगों के लिए पारदर्शी, आधुनिक और निवेश-अनुकूल वातावरण बनाना है।
उन्होंने कहा कि खुद को एक औद्योगिक राज्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से यूपीएसआईडीए की प्राथमिकता औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार, आधुनिकीकरण और प्रतिस्पर्धी निवेश माहौल के निर्माण पर केंद्रित है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से निवेशकों को सरल और पूरी तरह से डिजिटल सेवाएं प्रदान करने के आदेश दिए गए। भूमि आवंटन प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित और त्वरित बनाने के लिए निवेश मित्र पोर्टल और ई-नीलामी प्रणाली को मजबूत करने के प्रयास करने को कहा। आगरा और प्रयागराज में आईएमसी परियोजनाओं में तेजी लाने से प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। ललितपुर में बल्क ड्रग और फार्मा पार्क के विकास के माध्यम से उत्तर प्रदेश को दवा निर्माण का केंद्र बनाने का लक्ष्य है।
कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिक सुविधा केंद्र, पिंक एवं सार्वजनिक शौचालय, ट्रक ले-बे, वेंडिंग जोन, सीसीटीवी, मियावाकी पार्क, स्ट्रीट लाइट, हाईमास्ट आदि सुविधाओं के उन्नयन एवं रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, उद्यमियों से फीडबैक प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड आधारित प्रणाली का और विस्तार किया जाएगा। यूपीसीडा का लक्ष्य राज्य के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में सड़क, बिजली, जल निकासी और संचार जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करके एक आधुनिक, सुरक्षित और निवेश-अनुकूल औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
उन्होंने कहा कि यूपीएसआईडीए का उद्देश्य राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को मजबूत करना, निवेशकों के बीच विश्वास बढ़ाना और डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है। राज्य सरकार की औद्योगिक नीति के अनुरूप कार्य करते हुए यूपीसीडा एमएसएमई, स्टार्टअप और बड़े निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाएगा, जिससे राज्य के जिले में औद्योगिक विकास और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा मिल सके। पारदर्शिता, समयबद्धता और निवेशकों के विश्वास पर आधारित औद्योगिक वातावरण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।



