कानपुर, लोकजनता। सीएम ग्रिड योजना के पहले चरण में बनने वाली सड़कों की लागत आईआईटी के मानकों पर खरा उतरने के कारण बढ़ गई है। सड़कों और फुटपाथों के चौड़ीकरण के साथ अब हाईवे का भार सहने में सक्षम सड़कें बनाई जाएंगी। आईआईटी वैज्ञानिकों ने पहले कागज पर बनी सड़कों के डिजाइन और मानकों को उपयुक्त नहीं पाया था, जिसके बाद कई संशोधन किए गए हैं।
आपको बता दें कि पहले चरण में बनने वाली 5 सड़कों की लागत 81.25 करोड़ रुपये बढ़ गई है. सीएम ग्रिड योजना के पहले चरण में 185.82 करोड़ रुपये की लागत से 5 सड़कों का निर्माण किया जाना था. इन सड़कों को हाईटेक तकनीक से बनाया जाना है.
निर्माण एजेंसी यूरिडा की देखरेख में सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन, जब आईआईटी कानपुर को सड़कों के निर्माण कार्य में शामिल किया गया तो संस्थान के वैज्ञानिकों ने सड़कों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए डिजाइन में कई आपत्तियां उठाईं। इसके बाद संशोधन शुरू किया गया.
सीएम ग्रिड की सड़कों के निर्माण कार्य से जुड़े एक इंजीनियर ने बताया कि आईआईटी की आपत्तियों और उसके बाद हुए सुधारों के कारण सड़कों के निर्माण की लागत 15 फीसदी बढ़ गयी है. उन्होंने बताया कि कुछ सड़कें राजमार्गों और प्रमुख सड़कों से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में अब उन सड़कों का निर्माण इस आधार पर किया जाएगा कि वे भारी वाहनों का भार सहन कर सकें.
इसके साथ ही सड़कों और फुटपाथों की चौड़ाई भी बढ़ाई गई है। फिलहाल पहले चरण की 5 सड़कों का संशोधित बजट 267.07 करोड़ रुपये पहुंच गया है. इन सभी सड़कों की कुल लागत 81.25 करोड़ रुपये बढ़ गयी है. इसकी मंजूरी के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।
नगर आयुक्त ने की बैठक, मानक पूरा करने का निर्देश
उधर, सीएम ग्रिड के सड़कों के निर्माण कार्य में लगातार बरती जा रही लापरवाही के मामले में अधिकारी हरकत में आ गये हैं. बुधवार को नगर आयुक्त अर्पित उपाध्याय ने मुख्य अभियंता एसएफए जैदी समेत इंजीनियरिंग विभाग के इंजीनियरों के साथ बैठक की और गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिये.
नगर आयुक्त ने कहा कि खुदाई स्थलों पर पर्दे लगाए जाएं और एक्यूआई को ध्यान में रखकर काम किया जाए। इसके बाद अधिकारी मैदान में उतरे और मानकों का पालन कराते रहे। सांसद रमेश अवस्थी के आवास के सामने स्वरूप नगर, कल्याणपुर, किदवई नगर, नौबस्ता में सीएम ग्रिड सड़कों के निर्माण कार्य में हरे पर्दे लगाए गए हैं।



