अलीगढ. पिछले सप्ताह अलीगढ़ जिले के दो गांवों में मंदिरों की दीवारों पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे जाने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. जांच में पता चला कि बहुसंख्यक समुदाय के चार युवकों ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए ऐसा किया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नीरज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम दिलीप कुमार, आकाश, अभिषेक सारस्वत और निशांत कुमार हैं और इन सभी ने लोधा थाना क्षेत्र के भगवानपुर और बुलाकीगढ़ गांवों में मंदिरों की दीवारों पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखकर अपने विरोधियों पर झूठे आरोप लगाने की साजिश रची थी.
उन्होंने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता राहुल अभी भी फरार है, उसकी तलाश जारी है. कुमार ने कहा, “जांच में पता चला कि आरोपियों का जमीन को लेकर कुछ लोगों से विवाद था। उन्होंने अपने विरोधियों को फंसाने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए ऐसा किया।”
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. 25 अक्टूबर को भगवानपुर और बुलाकीगढ़ गांवों में मंदिरों की दीवारों पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखा पाया गया, जिसके बाद इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया. बाद में आरोपियों ने मुस्तकीम और गुल मोहम्मद समेत सात लोगों के खिलाफ लोधा थाने में झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया था।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शुरुआत में पुलिस ने नामज़द केस दर्ज करने में आनाकानी की, लेकिन एक स्थानीय संगठन के दबाव में एफआईआर दर्ज की गई. घटना के बाद इलाके में तनाव को रोकने के लिए पांच दिनों के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था।
एसएसपी नीरज कुमार ने कहा, ”यह मामला पूरी तरह से चार परिवारों के बीच दो अलग-अलग संपत्ति विवाद से जुड़ा है.” उन्होंने कहा कि पहले मामले में राहुल का गुल मोहम्मद के परिवार से विवाद है, जबकि दूसरे मामले में निशांत कुमार का मुस्तकीम के परिवार से विवाद है.



