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Thursday, October 30, 2025
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अयोध्या में उमड़े श्रद्धालु, वाहनों का प्रवेश बंद, हाईवे सील… कड़ी सुरक्षा के बीच शुभ मुहुर्त से पहले शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा.

अयोध्या, अमर विचार. कार्तिक मास की अक्षय नवमी पर 14 कोसी परिक्रमा के लिए लाखों श्रद्धालु रामनगरी में उमड़े। शुभ मुहूर्त को लेकर असमंजस की स्थिति के चलते कुछ श्रद्धालुओं ने बुधवार को ही परिक्रमा शुरू कर दी, देर रात यह संख्या लाखों में पहुंच गई। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार को निर्धारित समय से कई घंटे पहले ही दोपहिया वाहनों को छोड़कर सभी प्रकार के वाहनों के अयोध्या में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया. देर रात करीब 10 बजे हाईवे भी सील कर दिया गया और मालवाहक वाहनों को दूसरे रास्तों पर डायवर्ट कर दिया गया।

14 कोसी परिक्रमा गुरुवार 30 अक्टूबर को ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह 4:51 बजे से शुरू होगी और शुक्रवार सुबह 4:40 बजे तक चलेगी. जबकि पंचकोसी परिक्रमा 1 अक्टूबर शनिवार को सुबह 4:04 बजे से शुरू होगी और रविवार आधी रात के बाद 2:57 बजे तक चलेगी. इन परिक्रमा में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं. श्रद्धालुओं के समूह ने मां सरयू में स्नान कर नागेश्वर नाथ महादेव का अभिषेक किया. इसके बाद हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया. इसके चलते रामपथ, धर्मपथ, भक्तिपथ और श्रीराम जन्मभूमि पथ पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी. प्रशासन ने 14 कोसी परिक्रमा में करीब 20 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई है.

शुभ मुहूर्त को लेकर असमंजस में पड़े कुछ भक्तों ने बुधवार को ही परिक्रमा शुरू कर दी, जबकि कुछ उत्साहित भक्तों ने देर रात परिक्रमा करना शुरू कर दिया। सुबह से करीब 42 किमी. लंबे परिक्रमा पथ पर हर तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही थी। देर रात तक यह क्रम लोगों की भीड़ में तब्दील हो गया। सरयू घाट, वासुदेव घाट, मौनी बाबा की छावनी, दर्शननगर, अचारी का सगरा, जनौरा, नाका, मोदहा, सहादतगंज, गुप्तार घाट, जमथरा, साकेत सदन, राजघाट आदि प्रमुख स्थानों पर श्रद्धालुओं ने माथे पर परिक्रमा पथ का कपड़ा लगाकर परिक्रमा शुरू की। नंगे पांव रामधुन गाते श्रद्धालुओं की धुन से परिक्रमा पथ भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम बन गया।

भीड़ प्रबंधन को लेकर तय समय से पहले सील की गई अयोध्या

अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने बुधवार दोपहर को ही अयोध्या धाम की सीमा सील कर दी। अयोध्या में प्रवेश के सभी मार्गों पर लगाई गई बैरिकेडिंग तोड़ दी गई और बाहरी दोपहिया व चारपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। स्थानीय लोगों के पहचान पत्र देखने के बाद उन्हें दोपहिया वाहनों के साथ प्रवेश दिया गया। वहीं, रात 10 बजे से हाईवे भी सील कर दिया गया और ट्रक, डीसीएम व ट्रैक्टर आदि मालवाहक वाहनों को दूसरे रास्तों से डायवर्ट कर गंतव्य की ओर भेजा गया। केवल श्रद्धालुओं के वाहनों और आवश्यक सेवाओं वाले वाहनों को ही जिले की सीमा में प्रवेश की अनुमति दी गई।

अधिकारियों व कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परिक्रमा मेले को पांच जोन और 32 सेक्टर में बांटा गया। जिसमें एक सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, पांच जोनल मजिस्ट्रेट, 11 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 24 स्थिर मजिस्ट्रेट तैनात हैं। इसके साथ ही प्रत्येक जोन में एक एएसपी स्तर का अधिकारी और सेक्टर में डीएसपी स्तर का अधिकारी तैनात किया गया है. इसके अलावा पूरे मेला क्षेत्र में लगे सीसीटीवी के साथ ड्रोन कैमरे से भी निगरानी शुरू कर दी गई है. मंडलायुक्त राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम निखिल टीकाराम फुंडे और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को परिक्रमा पथ पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

मेला नियंत्रण कक्ष, खोया-पाया शिविर भी सक्रिय

मेला नियंत्रण कक्ष राम की पैड़ी स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में बनाया गया है। यहां छह वरिष्ठ अधिकारी और तीन सहयोगी अधिकारी तैनात किये गये हैं. जो तीन शिफ्टों में ड्यूटी करेंगे ताकि निगरानी और समन्वय में बाधा न हो. श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं। पांच प्रमुख स्थानों पर खोया-पाया केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जो सक्रिय हो गए हैं। रेलवे को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि परिक्रमा के दौरान क्रॉसिंग पर ट्रेनें सावधानी से हॉर्न बजाते हुए आगे बढ़ें।

मेले के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव के लिए मेला क्षेत्र में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया है. पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 50 से अधिक कियोस्क लगाए गए, वहीं नगर निगम ने सफाई अभियान चलाया। निर्माण सामग्री हटाने के बाद सड़क को समतल कर दिया गया है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए परिक्रमा पथ पर रेत छिड़क दी गई है।-निखिल टीकाराम फुंडे, जिलाधिकारी।

सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किये गये हैं. परिक्रमा पथ पर जगह-जगह करीब पांच हजार पीएसी, पुलिस और होम गार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। प्रमुख स्थानों पर अर्धसैनिक बलों और एटीएस को भी तैनात किया गया है. सरयू तट की निगरानी के लिए पीएसी की बाढ़ राहत टीम के साथ एसडीआरएफ और जल पुलिस को भी तैनात किया गया है। सभी ने अपना दायित्व संभाल लिया है।-डॉ. गौरव ग्रोवर, एसएसपी।

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