गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि अब प्रदेश के लोगों को इलाज के लिए दिल्ली नहीं भटकना पड़ेगा। रविवार को गाजियाबाद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा एक निजी अस्पताल के उद्घाटन के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि “उत्तर प्रदेश अब स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। राज्य स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश, नवाचार और गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजियाबाद में स्थापित “यशोदा मेडिसिटी” इसका सशक्त उदाहरण है और यह सिर्फ एक अस्पताल नहीं है बल्कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे की एक नई परिभाषा है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के माध्यम से न केवल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के नागरिकों को एक ही छत के नीचे अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के लोगों को अब महंगे इलाज के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि गाजियाबाद में ही विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में जब उत्तर प्रदेश में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हुई थी, तब डॉ. पीएन अरोड़ा ने गाजियाबाद में अत्याधुनिक अस्पताल बनाने के लिए इन्वेस्ट यूपी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया था। इसमें सभी प्रकार की सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं होंगी और खासकर अत्याधुनिक कैंसर सुविधाएं होंगी, जिसके लिए पहले लोगों को विदेश जाना पड़ता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय विश्वास नहीं था कि यह इतनी जल्दी संभव होगा, लेकिन डॉ. पीएन अरोड़ा, डॉ. उपासना अरोड़ा और उनकी पूरी टीम ने महज तीन साल में इसे साकार कर दिखाया. योगी ने कहा, ”यह 5000 से ज्यादा लोगों के लिए निवेश भी है और रोजगार का साधन भी है.”
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि अब तक राज्य में 42 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा चुके हैं, जबकि दो एम्स (गोरखपुर और रायबरेली) सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार का लक्ष्य प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है।



