अयोध्या, लोकजनता: सोहावल सीएचसी की बीसीपीएम नेहा सिंह ने सीएमओ की चार्जशीट पर अपना जवाब दाखिल कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वह इस समय गंभीर मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं। मनोचिकित्सक द्वारा काउंसलिंग की जा रही है। ऐसे में मानसिक विकार के कारण व्यक्ति से भाषा को सही ढंग से बोलने या उल्लेख करने में गलती होने की संभावना रहती है। यदि किसी अशोभनीय शब्द का प्रयोग किया गया है तो वह इसके लिए माफी मांगती हैं।
दरअसल, 3 अक्टूबर को सोहावल सीएचसी में हुए बवाल को लेकर सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बनियान ने दूसरे ही दिन आठ बिंदुओं पर आरोप पत्र जारी कर दिया था. इसमें उप जिलाधिकारी और तहसीलदार के सामने आशाओं से गंदी-गंदी गालियां और अलोकतांत्रिक व अभद्र व्यवहार समेत अन्य बातों का जिक्र था. इस पर बीसीपीएम नेहा ने 8 अक्टूबर को सीएमओ को संबोधित पत्र में बिंदुवार लिखा है कि सीएचसी सोहावल का जो भी व्हाट्सएप ग्रुप है उसका उपयोग केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में होने वाली समस्याओं और स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित गतिविधियों आदि की जानकारी साझा करने और समाधान करने के लिए किया जाता है। मैंने अपने पद की गरिमा/आचरण के विपरीत कोई कार्य नहीं किया है। टीकाकरण की कार्ययोजना पहले से बनाई जाती है, जिसमें सभी एएनएम और आशा को उनके टीकाकरण सत्र स्थल के बारे में पहले से सूचित किया जाता है। आशा संगिनियों द्वारा प्रति माह 100/200 रुपये लेने की शिकायत मैंने की थी। उस शिकायत की चार्ज शीट आज तक मुझे नहीं मिली है. वर्ष 2017-18 में जुलाई व अगस्त माह में मेरी तैनाती माया बाजार सीएचसी पर थी। उक्त अवधि के लिए आशाओं की किसी भी क्लस्टर बैठक का कोई भुगतान लंबित नहीं है। आशाओं के हड़ताल पर बैठने का कारण वहां की चिकित्सा व्यवस्था थी.
मैंने गर्भावस्था अवकाश के लिए जो भी आवेदन किया, अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट और डॉक्टर के नुस्खे पर गर्भधारण की संख्या का उल्लेख किया गया था। उक्त अवकाश की स्वीकृति आपके स्तर से आवेदन का परीक्षण कर शासन के नियमानुसार प्रदान कर दी गयी है। सोहावल में मेरे नाम से कोई भी आवास लिखित रूप से आवंटित नहीं किया गया है और न ही आवास के लिए कोई लिखित आदेश जारी किया गया है।
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