श्रीनगर: दिल्ली में हाल ही में हुए बम धमाकों की जांच अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि शुक्रवार रात जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाने में जोरदार धमाके से पूरा इलाका दहल गया. रात करीब सवा 11 बजे हुआ विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी गूंज पांच किलोमीटर दूर तक फैल गई। हादसे में नौ लोगों की जान चली गई, जबकि 29 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने तुरंत घटना स्थल को सील कर दिया और उसकी घेराबंदी कर दी. जांच में पता चला कि हादसा फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक सामग्री की सैंपलिंग के दौरान हुआ।
प्रत्यक्षदर्शी की आंखों में दहशत साफ झलक रही थी
रोंगटे खड़े कर देने वाले उस पल को याद करते हुए स्थानीय निवासी तारिक अहमद ने कहा, ”अचानक रात 11:22 बजे जोरदार धमाका हुआ, हम सब डर गए. पहले तो यह समझने में 15-20 मिनट लग गए कि मामला क्या है. जब हम बाहर आए तो देखा कि लोग रो रहे थे और पुलिस स्टेशन की ओर भाग रहे थे.”
वहां का नजारा किसी छोटे सर्वनाश से कम नहीं था- चारों ओर तबाही, घना धुआं, जमीन पर बिखरी लाशें और कटे हुए सिर। अपने लोग, पड़ोसी सब चले गए. यह अपूरणीय क्षति है. मुझे नहीं पता कि यह किसकी लापरवाही के कारण हुआ, लेकिन नुकसान असाध्य है।”
अधिकांश पुलिस और फोरेंसिक टीम के सदस्य
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, देर रात हुई इस दुर्घटना में नौ लोगों की मौत हो गई और 29 लोग घायल हो गए, जिनमें अधिकांश पुलिस स्टेशन कर्मी और फोरेंसिक विशेषज्ञ शामिल हैं। घायलों को इलाज के लिए श्रीनगर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि शवों की पहचान का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.
धमाके की वजह हरियाणा के फरीदाबाद से जब्त की गई विस्फोटक सामग्री बताई जा रही है, जो गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल गनई के किराए के घर से बरामद 360 किलो विस्फोटक का हिस्सा था. जांच के लिए सैंपल लेते समय अचानक विस्फोट हो गया.



