आडवाणी पर शशि थरूर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देने पर कांग्रेस नेता शशि थरूर को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. विरोध की शुरुआत शशि थरूर के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट से हुई, जब थरूर ने शनिवार को आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी. कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा, शशि थरूर की पोस्ट पर विरोध भी शुरू हो गया है.
शशि थरूर ने आडवाणी की जमकर तारीफ की
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के लंबे सार्वजनिक जीवन और सेवा को एक घटना तक सीमित करना अनुचित है। थरूर ने यह भी कहा कि जब पंडित जवाहरलाल नेहरू के पूरे राजनीतिक करियर को चीन से जुड़े झटके से नहीं आंका जा सकता और इंदिरा गांधी को अकेले आपातकाल से नहीं आंका जा सकता, तो “हमें आडवाणी जी के प्रति भी वही शिष्टाचार दिखाना चाहिए।” थरूर ने अपने पोस्ट में आडवाणी को एक सच्चा राजनेता बताया है, जिनका सार्वजनिक जीवन अनुकरणीय रहा है.
थरूर की पोस्ट का विरोध
शशि थरूर की पोस्ट के जवाब में एक वकील ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, “माफ करें मिस्टर थरूर, इस देश में ‘नफरत के बीज’ (खुशवंत सिंह के शब्दों में) फैलाना सार्वजनिक सेवा नहीं है।” वकील राम जन्मभूमि आंदोलन में आडवाणी की भूमिका का जिक्र कर रहे थे. खुशवंत सिंह ने अपनी किताब ‘द एंड ऑफ इंडिया’ में आडवाणी के खिलाफ इस शब्द का इस्तेमाल किया था.
थरूर ने वकील को जवाब दिया
वकील की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा, ‘संजय उवाच से सहमत हूं, लेकिन उनकी लंबी सेवा को एक एपिसोड तक सीमित करना, चाहे कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो, अनुचित है।’ आपको बता दें, बीजेपी के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी को इस साल भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया है. उन्होंने 1990 में रथ यात्रा के माध्यम से राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व किया।
कांग्रेस ने बयान से किनारा कर लिया
कांग्रेस पार्टी ने शशि थरूर की बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ से खुद को अलग कर लिया है. रविवार को पार्टी ने कहा कि वह अपनी निजी हैसियत से बोल रहे हैं. केंद्रीय कार्य समिति के सदस्य के रूप में उनका ऐसा करना पार्टी की लोकतांत्रिक और उदार भावना को दर्शाता है। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, “हमेशा की तरह, डॉ. शशि थरूर अपने मन की बात कह रहे हैं और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उनके हालिया बयान से खुद को अलग कर लिया है।” खेड़ा ने यह भी कहा कि कांग्रेस सांसद और सीडब्ल्यूसी सदस्य के रूप में उनका ऐसा करना कांग्रेस की विशिष्ट लोकतांत्रिक और उदार भावना को दर्शाता है। (इनपुट भाषा)



