हालांकि अजित गुट के नेता ने कोर्ट से इस प्रक्रिया को छह हफ्ते के लिए टालने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि उनकी याचिका पर जल्द ही बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है, इसलिए निचली अदालत का फैसला आने तक इंतजार करना चाहिए. हालांकि, ईडी की ओर से इसका विरोध किया गया और दलील दी गई कि हाई कोर्ट ने इस मामले पर कोई रोक नहीं लगाई है, इसलिए निचली अदालत में सुनवाई जारी रखी जा सकती है.



