दरअसल, बीजेपी ने हाल ही में शिवसेना के चार पूर्व नगरसेवकों को पार्टी में शामिल किया है. यही कदम शिंदे गुट की नाराजगी की वजह बन गया. शिवसेना के मंत्री राज्य सचिवालय में थे, लेकिन वे कैबिनेट मीटिंग हॉल में नहीं गए. बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से मुलाकात की, इस दौरान शिंदे भी वहां मौजूद थे।



