दो बच्चों की बंदिश हटने से राजस्थान की ग्रामीण और शहरी राजनीति में बड़े बदलाव की उम्मीद है. भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में सैकड़ों जिला स्तर के नेता ऐसे हैं जिनके तीन या अधिक बच्चे हैं और वे वर्षों से चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। ऐसे प्रभावशाली चेहरे जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर सहित सभी जिलों में मौजूद हैं। इन नेताओं को अब सीधे मैदान में उतरने का मौका मिलेगा, जिसका असर टिकट बंटवारे से लेकर गठबंधन तक पर पड़ेगा.



