अब जब महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है. ऐसे समय में सरकार की इस नई योजना को ब्राह्मण, राजपूत और आर्य वैश्य समुदाय के मतदाताओं को अपने करीब लाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इसका वास्तविक असर तो चुनाव नतीजों से ही साफ होगा, लेकिन फिलहाल इसे चुनावी समर का अहम ऐलान माना जा रहा है.



