शरद पवार के पोते रोहित ने आगे तंज कसते हुए कहा, “नई बीजेपी ‘नो पॉलिसी, नो वोट, डियर ओनली पॉवर’ के सिद्धांत पर चल रही है, लेकिन देर से ही सही, उन्हें बात समझ में आ गई है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने न सिर्फ मुख्यमंत्री को क्लीन चिट देने की परंपरा को तोड़ा, बल्कि यह भी साफ कर दिया कि उनके पास मुख्यमंत्री के गृह विभाग से ज्यादा मजबूत जांच क्षमता है. उम्मीद है कि आने वाले समय में मुख्यमंत्री प्रदेश अध्यक्ष की जांच प्रणाली की मदद जरूर लेंगे.”



