कृत्रिम बारिश: हर साल की तरह इस साल भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जहरीले स्मॉग (कोहरे और धुएं का मिश्रण) से घिरी हुई है। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच गया। इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने वैज्ञानिक तरीके से कृत्रिम बारिश कराने का फैसला किया था। इसके लिए बादलों में रसायनों का छिड़काव किया गया, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं रहा। हालांकि दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक कृत्रिम बारिश का प्रयोग भले ही सफल नहीं हुआ हो, लेकिन प्रदूषण का स्तर जरूर कम हो गया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने के फैसले को गलत बताते हुए रेखा सरकार पर निशाना साधा है.



