नई दिल्ली। बिहार चुनाव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कैंप किया. उन्होंने अचूक रणनीति बनाकर एनडीए की बड़ी जीत का मार्ग प्रशस्त किया. चुनाव के दौरान उन्होंने व्यक्तिगत बैठक कर 100 बागियों को मना लिया. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बागी नेता अमित शाह के अलावा किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे. वे कह रहे थे कि हम तभी मानेंगे जब शाह आश्वासन देंगे. अमित शाह तीन दिनों तक मिशन मोड में विद्रोहियों को मैनेज करते रहे, इस दौरान उन्होंने किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया.



