दरअसल, 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा परिसर में इस तथाकथित ब्रिटिशकालीन ‘फांसी घर’ का जीर्णोद्धार के बाद उद्घाटन किया था. उस समय इसे स्वतंत्रता संग्राम के दौर का ऐतिहासिक स्थान बताया गया था, जहां अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों को फांसी दी थी। इस कार्यक्रम में केजरीवाल मुख्य अतिथि थे, मनीष सिसौदिया और राखी बिड़ला विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने समारोह की अध्यक्षता की। उद्घाटन के बाद इसे ‘देशभक्ति स्थल’ के तौर पर भी प्रचारित किया गया.



