अजित पवार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा, ”इस पूरे मामले में न तो उन्होंने, न ही उनके कार्यालय ने किसी को फोन किया, न ही कोई मदद दी, न ही कोई भूमिका निभाई.” उन्होंने आगे कहा, ”मिली जानकारी के मुताबिक, यह सिर्फ जमीन खरीदने का समझौता था. मेरे बेटे पार्थ, उसकी कंपनी अमदिया एंटरप्राइजेज या मेरे परिवार के किसी भी सदस्य ने विक्रेता को कोई भुगतान नहीं किया है और न ही जमीन का कब्जा लिया है। इसलिए यह लेन-देन अधूरा रह गया है।”



