27.9 C
Aligarh
Tuesday, October 21, 2025
27.9 C
Aligarh

रक्षा: देश की सुरक्षा में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अहम भूमिका रही है।


बचाव: नक्सलवाद धीरे-धीरे इतिहास बनने की ओर अग्रसर है। नक्सलियों के खिलाफ अभियान की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब प्रमुख नक्सली नेता हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर रहे हैं और विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. इस समय पुलिस और सुरक्षा बल देश की सुरक्षा के लिए हर खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और पुलिस बलों को आधुनिक तकनीक सुविधाओं से लैस करने का काम किया है।

मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि साल 2018 में ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मारक’ की स्थापना का उद्देश्य शहीद पुलिसकर्मियों के योगदान को याद करना था. सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि वर्तमान में पुलिस बल ड्रोन, सर्विलांस सिस्टम, फॉरेंसिक लैब और डिजिटल पुलिसिंग जैसे आधुनिक संसाधनों से लैस हो चुके हैं. नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां पहले विकास के नाम पर कुछ नहीं था, वहां अब स्कूल, सड़कें और अस्पताल बन गये हैं। रेड कॉरिडोर अब ग्रोथ कॉरिडोर बन गया है। यह सफलता सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि पुलिस, अर्धसैनिक बलों और स्थानीय प्रशासन के सामूहिक प्रयासों का नतीजा है।

सभी का मिशन देश को विकसित राष्ट्र बनाना है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि भले ही सेना और पुलिस अलग-अलग मोर्चों पर काम करती हैं, लेकिन दोनों का मिशन देश की रक्षा करना है. वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूत होना जरूरी है। वर्तमान समय में सीमा पर खतरा है तो दूसरी ओर समाज के भीतर अपराध, आतंकवाद और वैचारिक युद्ध का खतरा लगातार नये-नये रूप में उभर रहा है। अपराध अब पहले से कहीं अधिक संगठित, अदृश्य और जटिल हो गए हैं, जिनका उद्देश्य समाज में अराजकता पैदा करना, आपसी विश्वास को कमजोर करना और देश की सुरक्षा को चुनौती देना है।

ऐसे में अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी के साथ-साथ समाज में विश्वास कायम रखने की नैतिक जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करने में पुलिस बल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। यदि नागरिक चैन की नींद सो पा रहे हैं तो इसका श्रेय हमारे सतर्क सशस्त्र बलों और सतर्क पुलिस कर्मियों को जाता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन के संगठित और ठोस प्रयासों ने नक्सलवाद के प्रसार को रोकने में निर्णायक भूमिका निभाई है.

Acg8Ockhcaqce58Ktry394Fxkh0Ojjw2Zyecfpk1U72Xdv Wfa0Jig=S40 P Mo उत्तर अग्रेषित करें चैट में साझा करें नया

FOLLOW US

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
spot_img

Related Stories

आपका शहर
Youtube
Home
News Reel
App