आरा. बिहार चुनाव प्रचार के दौरान रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी क्षेत्र की हृदयस्थली कही जाने वाली आरा की धरती पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के घोषणापत्रों पर निशाना साधा और भोजपुरी अंदाज में कहा, ‘जे खेतवा उजड़ेले बा, उहे अब बोई के बात करता बा’.
आज भोजपुर जिले के कोने-कोने से आए विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस भोजपुरी क्षेत्र में डालमिया नगर की सीमेंट फैक्ट्री थी, चीनी और पेपर मिलें थीं, उन सबको राजद का जंगलराज निगल गया. सारी फैक्ट्रियों में ताले पड़ गए. हजारों लोग बेरोजगार हो गये और पलायन करने को मजबूर हो गये।
उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन के लोग लालटेन और लाल झंडा लेकर घूमेंगे तो राज्य में निवेश करने कौन आएगा. उन्होंने कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के दोबारा सत्ता में आने पर निवेश और औद्योगीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और युवाओं का पलायन रुकेगा.
‘मोदी-मोदी, मोदी’ के गूंजते नारों के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग दिल्ली में बैठकर एनडीए के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं, उन्हें पता चल गया है कि हवा का रुख किस तरफ है. उन्होंने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा, ‘जनता जनार्दन है, मत भूलो जनता है, सब जानती है.’
उन्होंने कहा कि बिहार में उनकी सरकार का लक्ष्य स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए के घोषणापत्र में साफ लिखा है कि छात्रों को पढ़ाई, मरीजों को दवाई, किसानों को सिंचाई और युवाओं को कमाई प्राथमिकता सूची में शामिल है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रोजगार के अवसर के तहत बिहार की लाखों महिलाएं लखपति दीदी बन गई हैं. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण एवं रोजगार के संकल्प के तहत एक करोड़ तीस लाख महिलाओं के खाते में 10,000 रुपये की राशि भेजी जा चुकी है और 14 नवंबर को सरकार बनते ही उन्हें और सहायता देने की योजना बनाई जाएगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय बिहार में देश की सबसे ज्यादा युवा आबादी है और एनडीए सरकार ने तय किया है कि राज्य में लाखों लघु और कुटीर उद्योगों का जाल फैलाकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बिहार के युवा बिहार में ही काम करें. उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में राज्य के किसी भी युवा को अपनी इच्छा के विरुद्ध पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.



