लखनऊ, अमृत विचार: गुजरात एटीएस ने रविवार को यूपी के कैराना निवासी आजाद सुलेमान शेख और लखीमपुर खीरी के मुहम्मद सुहैल को गिरफ्तार किया था। इन आतंकियों ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यालय सहित कई महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की थी। एटीएस को उनके अयोध्या, मथुरा और वाराणसी दौरे के भी इनपुट मिले थे.
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, सुहैल ने पाकिस्तानी हैंडलर अबू खदीजा को आरएसएस कार्यालय के अलावा आजादपुर मंडी और दिल्ली के कुछ अन्य स्थानों के छोटे वीडियो भेजे थे। यूपी एटीएस की टीम भी गुजरात पहुंची है और दोनों से पूछताछ की है. खासकर इन दोनों के अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. दोनों आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) से जुड़े थे। वह अफगानिस्तान निवासी आईएसकेपी हैंडलर अबू खदीजा के संपर्क में था। किसके इशारे पर बड़े हमलों की साजिश रची जा रही थी. एटीएस यह पता लगा रही है कि राज्य में किन जगहों को निशाना बनाने की साजिश थी और इसमें कितने संदिग्ध शामिल थे. यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आतंकियों ने और किन शहरों में हथियार छिपाए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेता और प्रमुख धार्मिक स्थल विभिन्न आतंकी संगठनों के निशाने पर रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री आवास के आसपास की गई रेकी का मामला सामने आने के बाद जांच एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं. पहले पकड़े गए आतंकियों की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में सक्रिय संदिग्ध आतंकियों के सुहैल और सुलेमान शेख से कनेक्शन की जांच की जा रही है. एटीएस ने संदिग्धों की तलाश में कुछ जगहों पर छापेमारी भी की है. हालांकि, अधिकारी अभी इस संबंध में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं. वहीं, गुजरात एटीएस से मिले इनपुट के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है.



