पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने एक बार फिर वोटिंग में बढ़त बनाई है और राज्य के सात जिलों में महिलाओं ने पुरुषों पर 14 फीसदी या उससे ज्यादा की बढ़त के साथ वोटिंग की, जबकि 10 अन्य जिलों में यह अंतर 10 फीसदी से ज्यादा रहा. चुनाव आयोग के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
पटना राज्य का एकमात्र जिला था जहां पुरुषों का मतदान प्रतिशत महिलाओं से अधिक था. पटना में जहां 60.05 फीसदी पुरुषों ने वोट डाले, वहीं महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 57.88 फीसदी रहा. बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
इस बार राज्य में 67.13 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो अब तक सबसे ज्यादा है. आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 71.78 फीसदी रहा, जबकि पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 62.98 फीसदी रहा. चुनाव आयोग के सभी 38 जिलों के लिंगवार आंकड़ों के मुताबिक सबसे बड़ा अंतर सुपौल में दर्ज किया गया.
यहां 83.69 फीसदी महिलाओं ने वोट किया जबकि पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 62.98 रहा. किशनगंज (19.5 प्रतिशत), मधुबनी (18.4), गोपालगंज (17.72), अररिया (14.43), दरभंगा (14.41) और मधेपुरा (14.24) में भी महिलाओं के पक्ष में बड़ा अंतर दर्ज किया गया।
जिन जिलों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों के 10 प्रतिशत से अधिक रहा उनमें सीवान (13.83), पूर्णिया (13.36), शिवहर (12.48), सीतामढी (12.43), सहरसा (12.37), पूर्वी चंपारण (11.13), पश्चिमी चंपारण (11.03), खगड़िया (10.66), समस्तीपुर (10.64) और बांका शामिल हैं. (10.53) सम्मिलित हैं।
6 नवंबर को 121 सीटों पर हुए पहले चरण के मतदान में महिलाओं की भागीदारी 69.04 फीसदी रही, जबकि पुरुषों की वोटिंग 61.56 फीसदी रही. दूसरे चरण में महिलाओं की वोटिंग बढ़कर 74.56 फीसदी हो गई, जबकि पुरुषों की वोटिंग 64.41 फीसदी रही.
किशनगंज जिला महिलाओं के सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाला क्षेत्र रहा, जहां 88.57 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाले. इसके बाद कटिहार (84.13), सुपौल (83.69), पूर्णिया (83.66), अररिया (78.27), पश्चिमी चंपारण (77.74) और पूर्वी चंपारण (77.49) रहे।



