पंचायती राज: देश में पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई पहल शुरू की गई हैं। पंचायतों को सशक्त बनाने के साथ-साथ पंचायत के समग्र विकास को प्राथमिकता देने का काम भी किया जा रहा है। इसके लिए पंचायतों के कामकाज में पारदर्शिता लाने और आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसी सिलसिले में पहली बार केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग) और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से गुरुवार को दिल्ली में संयुक्त रूप से आदर्श युवा ग्राम सभा (MYGS) का आयोजन किया जाएगा.
कार्यक्रम के दौरान आदर्श युवा ग्राम सभा और MYGS पोर्टल पर एक प्रशिक्षण मॉड्यूल भी लॉन्च किया जाएगा. इस पहल के प्रभावी कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने, शिक्षकों की क्षमता बढ़ाने और जमीनी स्तर पर लोकतंत्र में छात्रों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए यह डिजिटल टूल विकसित किया गया है। यह पहल जवाहर नवोदय विद्यालयों (जेएनवी), एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) और राज्य सरकार के स्कूलों सहित देश भर के एक हजार से अधिक स्कूलों में शुरू की जाएगी।
इसका उद्देश्य पंचायत स्तर पर जनभागीदारी बढ़ाना है
केंद्र सरकार का प्रयास है कि पंचायतों को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाए। सरकार का मानना है कि पंचायत मजबूत होगी तो जिला, राज्य और देश मजबूत होगा. देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में पंचायतें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसी सोच के आधार पर आदर्श युवा ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायती राज एवं मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके मौजूद रहेंगे. साथ ही, पंचायती राज, शिक्षा और जनजातीय मामलों के मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों, छात्रों, शिक्षकों और कई राज्यों के पंचायती राज संस्थानों और राज्य पंचायती राज विभागों के निर्वाचित प्रतिनिधियों सहित 650 से अधिक प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
आदर्श युवा ग्राम सभा (MYGS) ग्राम सभा सत्रों में छात्रों को शामिल करके सार्वजनिक भागीदारी को मजबूत करने और सहभागी स्थानीय शासन को बढ़ावा देने की एक अग्रणी पहल है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत इसका उद्देश्य युवाओं में लोकतांत्रिक मूल्यों, नागरिक जिम्मेदारी और नेतृत्व क्षमताओं का विकास करना और पारदर्शिता, जवाबदेही और विकसित भारत की दृष्टि के लिए प्रतिबद्ध नागरिकों का निर्माण करना है।
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