लखनऊ, अमृत विचार: दिल्ली लाल किला बम विस्फोट से जुड़े आतंकी संगठन के सदस्यों की तलाश कर रही एनआईए और एटीएस ने 200 मोबाइल नंबरों की पहचान की है। आशंका है कि इन संदिग्ध नंबरों का इस्तेमाल इस धमाके में किया गया है. सभी को निगरानी में रखकर जांच की जा रही है. इनमें से अधिकतर नंबर लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर और फरीदाबाद से जुड़े डॉक्टरों के हैं। डॉ. शाहीन शाहिद, भाई डॉ. परवेज, डॉ. आदिल समेत लखनऊ और कानपुर के डॉक्टरों से लंबी पूछताछ के बाद इन नंबरों की सूची तैयार की गई है।
एटीएस को डॉ. शाहीन और डॉ. आदिल के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल से उनके भाई डॉ. परवेज अंसारी और कानपुर के तीन डॉक्टरों के बारे में पता चला था. इसके बाद ही एटीएस ने कानपुर में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. परवेज के घर की तलाशी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया. इन सभी से अहम जानकारियां मिलीं. डॉ. परवेज़ अभी भी जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में हैं. उससे और उसके संपर्क में रहे कई डॉक्टरों से पूछताछ में कई सुराग मिले हैं. इसी आधार पर एटीएस के साथ-साथ एनआईए भी अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है. इसके अलावा यूपी एटीएस सहारनपुर और जम्मू-कश्मीर गई अपनी टीम से भी संपर्क में है. वह लखनऊ, सहारनपुर, फरीदाबाद के कनेक्शन प्वाइंट पर भी काम कर रही हैं। दिल्ली धमाकों के बाद पहली बार डॉक्टरों का मॉड्यूल सामने आया है. यही वजह है कि जांच एजेंसियां सतर्क हैं.
एनआईए ने लखनऊ के चार डॉक्टरों से की पूछताछ
एनआईए ने गुरुवार को इंटीग्रल यूनिवर्सिटी और एरा मेडिकल कॉलेज के चार डॉक्टरों से पूछताछ की. ये लोग काफी समय तक परवेज के संपर्क में रहे. हालांकि, दिल्ली धमाकों में उनकी कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है. उनसे डॉ. परवेज और उनकी बहन डॉ. शाहीन के बारे में पूछा जा रहा है। इनमें से दो डॉक्टरों से एटीएस पहले ही पूछताछ कर चुकी है. एटीएस को भी उनसे कुछ खास पता नहीं चला. एनआईए के मुताबिक, उसके संपर्क में रहे कानपुर के तीन डॉक्टरों को भी रडार पर रखा गया है. ये तीनों भी परवेज और शाहीन के परिचित हैं और तीन-चार बार कानपुर में मिल चुके हैं। उनकी कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है।



